बेटे की तरहकी तरह अपनी मां के कोक में रहती है बेटी,
डरी हुई सहमी है नन्ही परी बनकर दुनिया में आती है बेटी।
अपने मां के अंचल में खुद को समेट कर ,
अपने पापा के कंदोऊ पर से दुनिया को देख कर
हल्के हल्के से अपने कदम को डाल कर
परिवार मैं खुशियों की लहर लाती है बेटी...
जब उसे कोई चिंता हो तो मां के गले लग जाती है,
अपने पापा के लिए तो स्वयं मां बन जाती है...
खेलते -खुदतेअपने सपनों को देखना शुरू करती है...
हर समय अपने परिवार की लाज रखने के लिए खुद को सयम रखती है
ना जाने क्यों फिर भी बेटी से पीछे रहती है बेटी||
जब भी बेटी होती है तो कहीं उसे भोज मानाजाता है,
तो कहीं पर घर की लक्ष्मी
बेटी कू बेटों से कम समझने वालों
तुम क्या जाने एक बेटी होना
तुम क्या जानू एक बेटी का दर्द
बेटी चाहे जितनी तारकी कर ले पर
कहीं न कहीं कभी ना कभी जाने क्यों फिर
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మరో చారిత్రాత్మకమైన విజయాన్ని సాధించిన @isro
భారతదేశం యొక్క అతిపెద్ద ,అత్యంత బరువైన మరియు శక్తివంతమైన LVM3 రాకెట్ 36 ఉపగ్రహాలను మోసుకెళ్లే రాకెట్ను ఇస్రో ప్రయోగించింది. 43.5 మీటర్ల పొడవున్న ఈ వాహనం బరువు 643 టన్నులు.ఈ విజయాన్ని అందించిన శాస్త్రవేత్తలకు నా హృదయపూర్వక అభినందనలు
हे नारी!!
तुम ईश्वर की सर्व श्रेष्ठ रचना हो!!
नर से निकली गई हो तुम तो नारी कहलती हो तुम!!!
कभी बहन तो कभी बेटी,
कभी मां तो कभी पत्नी,
कभी दोस्त तो कभी शिक्षक….
हर रूप में अपने आपको ढाल कर हर रिश्ते को निभाते हो तुम...
हर समय अपने आप को भूल कर दुसरोको समलथी हो तुम...
संकट समय आने पर, खुद एक ढाल बनकर संकटों का सामना करती हो,
अपने परिवार की ढाल हो तुम..
पिता का गुरु हो तुम...
भाई की रक्षा की गाठ हो तुम...
हे नारी!!!
तुम ईश्वर की सर्व श्रेष्ठ रचना हो!!
नर से निकली गई हूं तुम तो नारी कहलती हो तुम!!
तुम ईश्वर की सर्व श्रेष्ठ रचना हो!!
नर से निकली गई हो तुम तो नारी कहलती हो तुम!!!
कभी बहन तो कभी बेटी,
कभी मां तो कभी पत्नी,
कभी दोस्त तो कभी शिक्षक….
हर रूप में अपने आपको ढाल कर हर रिश्ते को निभाते हो तुम...
हर समय अपने आप को भूल कर दुसरोको समलथी हो तुम...
संकट समय आने पर, खुद एक ढाल बनकर संकटों का सामना करती हो,
अपने परिवार की ढाल हो तुम..
पिता का गुरु हो तुम...
भाई की रक्षा की गाठ हो तुम...
हे नारी!!!
तुम ईश्वर की सर्व श्रेष्ठ रचना हो!!
नर से निकली गई हूं तुम तो नारी कहलती हो तुम!!